भारतीय थल सेना (Indian Army)

भारतीय थल सेना (Indian Army)
भारतीय थल सेना की स्थापना ब्रिटिश शासन काल में 01 अप्रैल 1895 ई0 को हुई थी। 03 जून 1947 ई0 को लार्ड माउण्टबोटन योजना के तहत भारत दो भागों में विभक्त हो गया- (1) भारत (2) पाकिस्तान। वर्ष 1947 ई0 में ही आजा़दी मिलने के बाद ब्रिटिशकालीन भारतीय सेना दो नये बने राष्ट्रों भारत तथा पाकिस्तान में बांट दी गयी। भारतीय थल सेना का प्रधान सेनापति (सर्वोच्च कमाण्डर) भारत का राष्ट्पति होता है। भारतीय थल सेना की कमान भारतीय थल सेनाध्यक्ष के पास होती है। भारतीय थल सेना का मुख्यालय नई दिल्ली है। थल सेना दिवस 15 जनवरी को मनाया जाता है। भारतीय सेना में 13,25,000 कार्यरत सैनिक तथा 1,20,000 रिजर्व सैनिक हैं। भारतीय थल सेना में सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, ब्रम्होस, अग्नि, नाग, आकाश तथा पृथ्वी आदि मिसाइलें हैं। वर्तमान में भारतीय थल सेना के अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत हैं।
भारतीय थल सेना का उद्देश्यः
भारतीय सेना के मुख्य उद्देश्य निम्नवत हैः
- देश की सुरक्षा करना।
- राष्ट्रवाद की एकता सुनिश्चित करना।
- देश को बाह्य आक्रमण तथा आन्तरिक खतरों से रक्षा करना एवं देश की सीमाओं पर शान्ति और सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- देश में दैवीय आपदा जैसे- भूकंप, बाढ़, भीषण अग्निकाण्ड, विस्फोट, समुद्री तूफान आदि के अवसर पर देश के नागरिक प्रशासन की सहायता करना।
- नागरिक प्रशासन के असफल होने पर उसकी सहायता करना।
भारतीय थल सेना 13 कोर के तहत 35 प्रभागों में विभक्त है। भारतीय सेना सात कमान में विभाजित है। प्रत्येक कमान का नेतृत्व जनरल ऑफिसर कमाण्डिंग इन चीफ होता है जो लेफ्टिनेन्ट जनरल रैंक का होता हैं।
भारतीय सेना के कमान तथा उनके मुख्यालयः
क्रम संख्या | कमाण्ड का नाम | मुख्यालय |
1. | केन्द्रीय कमान | लखनऊ |
2. | पूर्वी कमान | कोलकाता |
3. | उत्तरी कमान | ऊधमपुर |
4. | दक्षिणी कमान | पुणे |
5. | सेना प्रशिक्षण कमान | शिमला |
6. | पश्चिमी कमान | चन्दी मन्दिर |
7. | दक्षिणी पश्चिमी कमान | जयपुर |
भारतीय सेना के रेजीमेण्ट उनके केन्द्र तथा स्थापना वर्षः
क्रम संख्या | रेजीमेण्ट का नाम | रेजीमेण्ट का वर्ष | स्थापना वर्ष |
1. | गार्ड बिग्रेड | कम्पटी, महाराष्ट्र | 1949 ई0 |
2. | पैराशूट रेजीमेण्ट | बंगलौर, कर्नाटक | 1945 ई0 |
3. | मैकेनाइज्ड इन्फेन्ट्री रेजीमेण्ड | अहमदनगर, महाराष्ट्र | 1979 ई0 |
4. | पंजाब रेजीमेण्ट | रामगढ़ छावनी, झारखण्ड | 1761 ई0 |
5. | मद्रास रेजीमेण्ट | वेलिंगटन, उधगमंडलम | 1758 ई0 |
6. | द ग्रिनेडियर | जबलपुर, मध्य प्रदेश | 1778 ई0 |
7. | मराठा लाइट इन्फेन्ट्री | बेलगाम, कर्नाटक | 1768 ई0 |
8. | राजपूताना राइफल्स | दिल्ली छावनी, नई दिल्ली | 1775 ई0 |
9. | राजपूत रेजीमेण्ट | फतेहगढ़, उत्तर प्रदेश | 1778 ई0 |
10. | सिक्ख लाइट इन्फेन्ट्री | फतेहगढ़, उत्तर प्रदेश | 1857 ई0 |
11. | डोगरा रेजीमेण्ट | फैजाबाद, उत्तर प्रदेश | 1877 ई0 |
12. | सिक्ख रेजीमेण्ट | रामगढ़ छावनी, झारखण्ड | 1846 ई0 |
13. | जाट रेजीमेण्ट | बरेली, उ0 प्र0 | 1795 ई0 |
14. | गढ़वाल राइफल्स | लांसडाउन, उत्तराखण्ड | 1887 ई0 |
15. | कुमायूं रेजीमेण्ट | रानीखेत, उत्तराखण्ड | 1813 ई0 |
16. | असम रेजीमेण्ट | शिलांग, मेघालय | 1941 ई0 |
17. | महार रेजीमेण्ट | सागर, मध्य प्रदेश | 1941 ई0 |
18. | बिहार रेजीमेण्ट | दानापुर छावनी, बिहार | 1941 ई0 |
19. | नागा रेजीमेण्ट | रानीखेत, उत्तराखण्ड | 1976 ई0 |
20. | जम्मू कश्मीर राइफल्स | जबलपुर, मध्य प्रदेश | 1821 ई0 |
21. | जम्मू कश्मीर लाइट इन्फेन्ट्री | अवंतीपुर, जम्मू कश्मीर | 1947 ई0 |
22. | 1 गोरखा राइफल्स(महिला रेजीमेण्ट) | सबाथू, हिमांचल प्रदेश | 1815 ई0 |
23. | 3 गोरखा राइफल्स | वाराणसी, उ0प्र0 | 1815 ई0 |
24. | 4 गोरखा राइफल्स | शिलांग, मेघालय | 1858 ई0 |
25 | 5 गोरखा राइफल्स | शिलांग, मेघालय | 1858 ई0 |
26. | 8 गोरखा राइफल्स | शिलांग, मेघालय | 1824 ई0 |
27. | 9 गोरखा राइफल्स | वाराणसी, उ0प्र0 | 1817 ई0 |
28. | 11 गोरखा राइफल्स | लखनऊ, उ0प्र0 | 1918 ई0 |
29. | अरूणाचल स्काउट्स | शिलांग, मेघालय | 2010 ई0 |
30. | लद्दाख स्काउट्स | लेह, जम्मू कश्मीर | 1963 ई0 |
स्वतन्त्र भारत में भारतीय थल सेना का अब तक का प्रमुख योगदानः
भारतीय थल सेना द्वारा स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद अब तक निम्नांकित युध्दों / आपरेशन्स में महत्वपूर्ण योगदान किये गये हैः
- कश्मीर युध्द 1947 ई0।
- हैदराबाद रियासत का विलय 1948 ई0।
- गोवा, दमन तथा दीव का विलय 1961 ई0।
- भारत चीन युध्द 1962 ई0।
- भारत पाकिस्तान युध्द 1965 ई0।
- भारत पाकिस्तान युध्द 1971 ई0।
- कारगिल संघर्ष 1999 ई0।
- आपरेशन विजय।
- आपरेशन कैक्टस।
भारतीय सेना के विभिन्न रैंक के अधिकारी (अवरोही क्रम में)
कमीशन प्राप्त अधिकारीः फील्ड मार्शल, जनरल, लेफ्टीनेन्ट जनरल, मेजर जनरल, बिग्रेडियर, कर्नल, कप्तान, लेफ्टीनेन्ट, सेकेण्ड लेफ्टीनेन्ट।
कनिष्ठ कमीशन प्राप्त अधिकारीः सूबेदार मेजर, सूबेदार, नायब सूबेदार।
गैर कमीशन प्राप्त अधिकारीः रेजीमेन्ट हवलदार मेजर, रेजीमेन्ट क्वार्टरमास्टर हवलदार मेजर, कम्पनी हवलदार मेजर, कम्पनी क्वार्टरमास्टर हवलदार मेजर, हवलदार, नायक, लांस नायक, सिपाही।
भारतीय थल सेना के सैनिक प्रशिक्षण संस्थानः
- सैनिक स्कूल।
- आफीसर ट्रेनिंग स्कूल।
- राष्ट्रीय इण्डियन मिलिट्री कॉालेज देहरादून।
- राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़गवासला।
- इण्डियन मिलिट्री अकादमी देहरादून।
- आफीसर ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई।
- डिफेंस सर्विसेज स्चाफ (बाह्य) वेलिंगटन।
- रक्षा प्रबन्धन कालेज सिकन्दराबाद।
- कालेज आफ मिलिट्री इंजीनियरिंग पुणें।
- नेशनल डिफेंस कालेज नई दिल्ली।