
कंकाल तन्त्र के अध्ययन को “आस्टियोलांजी” कहते हैं। मानव शरीर में कंकाल तन्त्र के साथ-साथ कुल 639 मांसपेशियां भी हैं। हड्डियों को हड्डों से जोड़ने (कनेक्ट) करने का कार्य “लिगामेन्ट” करता है। दांतों तथा हड्डियों में पाये जाने वाले महत्वपूर्ण तत्व कैल्शियम तथा फास्फोरस है। मानव के वृध्दावस्था में कैल्शियम की कमी हो जाने के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती है। मानव कंकाल तन्त्र मानव शरीर की बाह्य एवं आन्तरिक संरचना होती है।
मानव शरीर में दो प्रकार के कंकाल तन्त्र पाये जाते हैः
- बाह्य कंकाल तन्त्र (External skeletal system)।
- आन्तरिक कंकाल तन्त्र (Internal skeletal system)।
बाह्य कंकाल तन्त्रः (External skeletal system)
बाह्य कंकाल तन्त्र के अन्तर्गत बाल तथा नाखून आते है। बाल तथा नाखून की रचना किरैटीन नामक प्रोटीन से होती है।
आन्तरिक कंकाल तन्त्र (Internal skeletal system)
आन्तरिक कंकाल तन्त्र के अन्तर्गत मानव शरीर की हड्डियां आती हैं। मानव में जन्म के समय कुल 306 हड्डियां होती है। शिशुओं में 270 हड्डियां तथा वयस्कों में 206 हड्डियां पायीं जाती हैं।
महिला के कंकाल पुरुष की अपेक्षा छोटे तथा कम मजबूत होते हैं।
आन्तरिक कंकाल तन्त्र को दो भागों में बांटा गया हैः
- अक्षीय कंकाल तन्त्र (Axial Skeleton)।
- उपांगी कंकाल तन्त्र (Appendage Skeleton)।
अक्षीय कंकाल तन्त्र (Axial Skeleton)
अक्षीय कंकाल तन्त्र मेरूदण्ड, वक्षस्थल या छाती (पसलियां एवं उरोस्थि) एवं खोंपड़ी से मिलकर बना होता ह। अक्षीय कंकाल तन्त्र में कुल 80 हड्डियां पायीं जाती हैं।
खोंपडी (Skull)
सिर के अस्थि भाग को खोंपडी कहते हैं जिसमें मस्तिष्क, स्वाद, घ्राण, श्रवण तथा दृष्टि इन्द्रियां होती है। इस भाग में कपाल, चेहरा तथा कान होते हैं।
दांतों की संरचना तथा बीमारियों के अध्ययन को “ओडोन्टोलाजी” कहते हैं।
मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी स्टेपीज है जो कान में पायी जाती है।
मानव शरीर का सबसे कठोरतम भाग इनामेल हड्डी है जो दांत का शिखर भाग है। इनामेल में 93 प्रतिशत कैल्शियम तथा मैग्नीशियम फास्फेट होता है।
हड्डियों की कठोरता का कारण कैल्शियम तथा मैग्नीशियम फास्फेट लवण है।
खोंपड़ी में कुल 28 हड्डियां होती हैं।
08 हड्डियां मानव मस्तिष्क को सुरक्षा प्रदान करती हैं तथा शेष हड्डियां मिलकर चेहरा बनाती हैं।
हायड हड्डी (Hyoid Bone)
यह U आकार की होती है तथा ठोंडी व कंठनली के मध्य गर्दन में होती है।
मेरुदण्ड या कशेरुक दण्ड
यह मानव शरीर की मुख्य धुरी है जिसे रीढ की हड्डी भी कहते हैं। यह मानव शरीर में सिर के मध्य से लेकर कमर तक का पीछे का भाग है।
यह 33 हड्डियों से मिलकर बना होता है जिसका विवरण इस प्रकार हैः ग्रीवा में 07, वक्ष में 12, कटि में 05, त्रिक में 05 एवं अनुत्रिक में 04 हड्डियां होती हैं।
वयस्क वयक्ति में त्रिक तथा अनुत्रिक भागों के कशेरुक आपस में मिलकर 02 कशेरुक का रुप धारण कर लेते हैं। इस प्रकार कशेरुक दण्ड में कुल हड्डियों की संख्या 26 हो जाती है।
एक कशेरुक दूसरे कशेरुक से इस प्रकार जुड़े होते हैं कि इनके भीतर एक नली सी बन जाती है जिसे मेरुरज्जु (Spinal Cord) कहते हैं।
पसली (Rib)
मानव कंकाल तन्त्र में कुल 12 जोड़ी पसलियां पायीं जाती हैं जो कि रेशे जैसे आकार की होती है।
उरोस्थि (Sternum)
मानव शरीर में पसलियों को जोड़ने वाली अस्थि को उरोस्थि कहते हैं। यह अस्थि मानव शरीर में छाती के मध्य में स्थित होती है।
उपांगी कंकाल तन्त्र (Appendage Skeleton)
उपांगी कंकाल तन्त्र अंश मेखला या स्कन्ध मेखला, श्रोणि मेखला तथा अधः पाद व ऊपरी पाद की हड्डियों से मिल कर बना होता है। इसमें कुल 126 हड्ड्यां पायीं जाती हैं। ये तन्त्र हाथ, पैर की हड्डियों तथा उनके अवलम्बन से बनता है जिसमें कमर, हाथ, पैर आदि की हड्डियां आतीं हैं।
अंश मेखला या स्कन्ध मेखला (Shoulder or pactoral Girdle)
इस भाग में हाथ की हड्डियां होती हैं जिसे 03 भागों में बांटा गया हैः ह्यूमरस, रेडियो – अलना तथा टार्सल)।
हाथ के सबसे ऊपरी भाग ह्यूमरस कहलाता है जिसमें मात्र 01 हड्डी ह्यूमरस होती है।
कन्धे से लेकर कुहनी तक की हड्डी को ह्यूमरस कहते हैं।
रेडियो अलना (Radio Ulna) में 02 हड्डियां होती हैः रेडियो तथा अलना।
हाथ के सबसे अगले भाग को टार्सल (Tarsal) कहते हैं जिसे हिन्दी में “अंगुलास्थि” कहा जाता है। टार्सल में 05 हड्डियां होती हैं। प्रत्येक टार्सल हड्डी 03 भागों में विभक्त होती है जिसे “मेटाटार्सल” कहते हैं। टार्सल (अंगुलास्थि) तथा रेडियो-अलना के बीच के हाथ के भाग को कलाई (Wrist) कहतें हैं। कलाई (Wrist) में 05 हड्डियां होती हैं।
श्रोणि मेखला या श्रोणि चक्र (Pelvis Girdle)
श्रोणि मेखला मुख्यतया 03 हड्डियों से मिल कर बना होता हैः कूल्हे की हड्डी (Ilium), इश्चियम (Ischium) तथा पुरोनितम्बास्थि (Pubis)। ये तीनो हड्डियां आपस में जुडी होती हैं जिनके संधिस्थल पर एक संकरी गुहा होती है जिसे “एसीटाबुलम” कहा जाता है जिसमें फीमर हड्डी का शिरा जुडा होता है।
फीमर मानव शरीर की सबसे लम्बी हड्डी होती है जो पैर के ऊपरी भाग में (कमर से घुटने तक की हड्डी) होती है।
घुटने से टखने एड़ी तक की हड्डी को टीबिया-फीबुला कहते हैं।
घुटने की हड्डी को पटेला कहते हैं।
फीमर तथा टीबिया-फीबुला के संन्धि स्थल पर एक गोलाकार अस्थि पायी जाती है जिसे घुटने के ऊपर की अस्थि कहा जाता है।
टखना (पैर का पंजा) में 05 हड्डियां होती हैं जिसे टार्सल (अंगुलास्थि) कहते हैं। प्रत्येक टार्सल (अंगुलास्थि) हड्डी 03 भागों में विभक्त होती है जिसे मेटाटार्सल कहते हैं।
- मानव शरीर को एक निश्चित आकार, ढांचा तथा आकृति प्रदान करता है।
- शरीर के कोमल अंगों हृदय, लीवर, यकृत आदि की बाह्य आघात से रक्षा करता है तथा शरीर को गति प्रदान करता है।
- रूधिर कणिकाओं का निर्माण करता है।
- कंकाल तन्त्र की मज्जा गुहा वसा एकत्र करने का कार्य करती है।
- कैल्शियम तथा मैग्नीशियम आयनों का भण्डारण करना।
- कर्ण अस्थियां ध्वनि कम्पनों को आन्तरिक कर्ण तक पहुंचाने का कार्य करती है।
- अन्तःस्रावी नियमन करना।
∙ क्रीडियोसाइट कहां पाये जाते हैं?
उपास्थि में पाये जाते हैं।
जांघ की हड्डी।
∙ महारन्ध्र जो एक दवारक हैं, कहां पाया जाता है?
कपाल में पाया जाता है।
∙ अस्थियों (हड्डियों) तथा मांसपेशियों को आपस में कौन जोड़ता है?
टेण्डन (कण्डरा)।
टिबिया, फिबुला।
लगभग 1.36 किलोग्राम होता है।
∙ घुटने की हड्डी को किस नाम से जाना जाता है?
पटेला।
∙ ह्यूरस अस्थि कहां पायी जाती है?
ऊपरी भुजा में।
∙ ओस्टियोसाइट कहां पाये जाते हैं?
हड्डियों में।
∙ हड्डियों के अध्ययन को क्या कहते हैं?
आस्टियोलांजी कहते हैं।
306 हड्डियां।
20 दांत ।
दीर्घ अस्थि में बनती हैं।
26 अस्थियां।
कैल्शियम।
∙ अस्थियों तथा दांतों के निर्माण के लिए किसकी जरूरत पडती है?
कैल्शियम तथा फास्फोरस।
∙ अक्षीय कंकाल तन्त्र में कितनी हड्डियां पायी जाती हैं?
80 हड्डियां पायी जाती हैं।
कान में होती है।
लैक्टिक अम्ल जमा होने के कारण।
∙ ओसीन नामक प्रोटीन किसमें पाया जाता है?
अस्थियों में पाया जाता है।
इनामेल।
∙ उपांगीय कंकाल तन्त्र में कुल कितनी अस्थियां होती हैं?
126 अस्थियां होती हैं।
∙ शल्यक्रिया में आर्थ्रोप्लास्टी क्या है?
कूल्हे के जोड़ का प्रतिस्थापन।
∙ कोन्ड्रोसाइट कहां पाये जाते हैं?
कार्टिलेज में।
∙ हड्डी को हड्डी से कौन जोड़ता है?
लिगामेन्ट (स्नायु)।
आक्सीजन।
28 अस्थियां।
∙ अलना हड्डी कहां पायी जाती है?
भुजा में पायी जाती है।
∙ दांतों का बाह्य आवरण इनामेल किसका बना होता है?
कैल्शियम फास्फेट का बना होता है।
जबड़े की।
कैल्शियम फास्फेट।
∙ टिबिया हड्डी कहां पायी जाती है?
टांग में पायी जाती है।
06 हड्डी।
कान में।
24 पसलियां पायीं जाती हैं।
∙ नाखून काटते समय दर्द क्यों नही होता है?
नाखून मृत कोशिकाओं के द्रव्य से बने होते हैं जिनमें रक्त संचरण नही होता है जिसके कारण नाखून काटते समय दर्द नही होता है।